सभी संस्थानों की तरह ही रानावि का भी प्रशासनिक विभाग विद्यालय को सुचारू रूप से चलाने के लिए कार्य करता है। यह विभाग न केवल संस्थान के दैनिक कार्यों की देखरेख करता है बल्कि यह अन्य विभागों जैसे लेखा व शैक्षिक के लिए समन्वय केन्द्र के रूप में भी कार्य करता है। इसके अतिरिक्त यह दौरों, रंगमंच समारोहों का भी आयोजन करता है साथ ही सहयोगी प्रस्तावों इत्यादि को भी सामने प्रस्तुत करता है । प्रशासन विभाग, संस्थान के मूल आधार की भूमिका निभाता है और अपनी प्रक्रियाओं से यह सुनिश्चित करता है कि संस्थान के अन्य विभाग एवं इकाइयां बिना किसी कठिनाई के कार्य कर सकें और अधिकतम क्षमता से अपनी-अपनी उपलब्धियों को प्राप्त कर सकें।
वर्तमान में प्रशासन में निम्नांकित स्टाफ प्रमुख शामिल हैं :-
रजिस्ट्रार, राष्ट्रीय नाट्य विद्यलाय
श्री प्रदीप कु. मोहंती (एम एस डब्ल्यु, एल एल बी नेट – यू जी सी)
श्री मोहंती को सांस्कृतिक एवं शैक्षिक प्रशासन में कार्य करने का 20 से भी अधिक वर्षों का अनुभव है । इन्होंने कई प्रसिद्ध संस्थाओं में कार्य किया है जिनमें वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च), मिरांडा हाउस (दिल्ली विश्व विद्यालय), राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय शामिल हैं। अभी हाल ही में इन्होंने 22.04.2021 से 31.03.2023 तक राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग), शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत भारत सरकार की एक स्वायत्त संस्था में सचिव के पद पर कार्य किया । वे 31.03.2023 में रानावि में प्रत्यावर्तित हुए और उन्होंने रजिस्ट्रार रानावि के पद पर अपना कार्यभार संभाला । उन्होंने एन आई ओ एस में बुनियादी ढ़ाचे से जुड़े कई प्रोजैक्ट और प्रशासनिक एवं वितीय सुधारों के संबंध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
रजिस्ट्रार के रूप में वे थियेटर ओलंपिक्स समारोह को आयोजित करने के लिए प्रमुख प्रशासनिक समंवयक भी थे ये समारोह विश्व में सबसे बड़ा रंगमंच महोत्सव था । तोगामुरा जापान में 8 वें थियेटर ओलंपिक्स की योजनाओं और कार्यक्रमों को अंतिम रूप देने के लिए राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों में से एक थे । उन्हें पिछले 5 भारत रंग महोत्सव (भारंगम), भारत के अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच समारोह के मुख्य प्रशासनिक समन्वयक के रुप में कार्य करने का अनुभव है । ये नई दिल्ली एवं अन्य शहरों में शास्त्रीय रंगमंच समारोह, रंगमंच, नृत्य, संगीत एवं हस्तशिल्प के राष्ट्रीय जनजातीय समारोह और विभिन्न बाल रंगमंच समारोह के सफल आयोजन में प्रधान भूमिका में रहे। इन्होंने 27 मई – 4 जून 2019 तक आयोजित रंगमंच मूल्याकंन पाठ्यक्रम में प्रतिभागिता की और सफलतापूर्वक उसे पूर्ण किया ।
इन्हें साहित्य अकादेमी, संगीत नाटक अकादेमी, राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान (एम एच आर डी के अंतर्गत केंद्रीय विश्व विद्यालय), अंतर- विश्वविद्यालय त्वरक केंद्र (इंटर यूनिवर्सिटी ऐक्सीलिरेटर सेंटर, यू जी सी के अंतर्गत स्वायत्त केंद्र), योजना और वास्तुकला विद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय आदि में विभिन्न उच्च स्तरीय समितियों के लिए विशेषज्ञ के रूप में भी आमंत्रित किया गया है।
ये राष्टीय संस्कृत संस्थान, अंतर विश्व विद्यालय त्वरक केंद्र एवं अन्य सार्वजनिक संस्थानों में विभिन्न प्रशासनिक एवं लेखा के स्टाफ सदस्यों की भर्ती प्रक्रिया में भी शामिल रहे हैं। साथ ही उन्हें पूरे भारत से विभिन्न रंगमंच समूहों द्वारा अतिथि तथा स्त्रोत व्यक्ति के रूप में विशेष रूप से तथा रंगमंच आंदोलन को प्रोत्साहित करने में सहयोग करने हेतु आमंत्रित किया गया है। उन्हें जाने माने एन जी ओ, “संपर्क”, राउरकेला के अपने रजत जयंती समारोह में देश में रंगमंच गतिविधियों की प्रगति एवं प्रसार के लिए वर्ष 2021 मार्च में “संपर्क सम्मान” से सम्मानित किया गया । उन्हें “अभिनय रंगमंच”, हिसार द्वारा आर्ट प्रोमोटर पुरस्कार भी दिया गया है।
उप रजिस्ट्रार
मनोज रामेला
प्रस्तुति प्रबंधक
श्री पराग सर्माह
रानावि से अभिनय में विशेषज्ञता के साथ स्नातक, श्री पराग सर्माह ने एक कलाकार एवं मंच प्रबंधक के रूप में लगभग बारह वर्षों से रंगमंडल में कार्य किया है। उन्होंने लगभग पैंतालीस से भी अधिक नाटकों में अभिनय किया है। उनके द्वारा निर्देशित सर्वप्रथम कृति ‘परशुराम’ को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली और वह प्रस्तुति नंदीकर राष्ट्रीय रंगमंच समारोह और भारत रंग महोत्सव का एक अंश भी रही। उन्होंने रानावि रंगमंडल के लिए ‘हैलो आउट देयर’ का निर्देशन किया और ‘रास्ते’, ‘परिणति’, ‘भांड दुहाई’, ‘ताजमहल का टेंडर’, ‘बंदी प्रथम’, ‘हज़ार चौरासी की मां’, ‘विखंडित छाया’, ‘बाणभट्ट की आत्मकथा’ और ‘कैन सरवाईब, सुबह का पता’ इत्यादि जैसी प्रस्तुतियों के लिए प्रकाश परिकल्पना की है।
पराग सर्माह कई समाज सेवी संगठनों से जुड़े हुए हैं और व्यस्कों और बच्चों के साथ भारत व असम की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को नई पीढ़ी तक पहुँचाने के लिए रंगमंच कार्यशालाओं का आयोजन किया है। वे कई वर्षों से भारत रंग महोत्सव के मुख्य तकनीकी समन्वयक रहे हैं और पिछले दशक से रानावि के अन्य समारोह, पूर्वोत्तर नाट्य समारोह के सफलतम समन्वयन के लिए सहायक भी रहे हैं। रानावि और राडा के मध्य सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के अंतर्गत वे रॉयल अकेडेमी ऑफ ड्रामाटिक आर्ट्स (राडा) लंदन जा चुके हैं। रानावि की टीम के सदस्य होने के नाते कई रंगमंच समारोहों में प्रतिभागिता करने के लिए वे चीन, बंगलादेश और नेपाल भी गए है। इसके अतिरिक्त वे पिछले कई वर्षों से छात्रों को ‘मंच प्रबंधन’ पढ़ा रहे हैं। वर्तमान में, श्री सर्माह राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में प्रस्तुति प्रबंधक हैं और सभी शैक्षणिक गतिविधियों को क्रियान्वित कर रहे हैं जिनमें छात्रों द्वारा की जाने वाली जन प्रस्तुतियां शामिल हैं।
लाइब्रेरियन
डॉ. ई. गजलक्ष्मी
सहायक निदेशक, राजभाषा
चेतना वशिष्ठ
लेखा अधिकारी
रिक्त
सहायक रजिस्ट्रार (प्रशासन)
मोहिंदर
सहायक रजिस्ट्रार (लेखा एवं संपदा)
उजिन तिर्की
सहायक रजिस्ट्रार (शैक्षणिक)
धरम वीर
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